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सोमवार, अक्तूबर 2

पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह का निधन, स्वाभिमान की राजनीति के एक युग का हुआ अंत

 पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह का निधन, स्वाभिमान की राजनीति के एक युग का हुआ अंत

रिपोर्ट : मधुरेश प्रियदर्शी

हिंदुस्तान मीडिया/नई दिल्ली/पटना 

बिहार सरकार की पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह का निधन हो गया है। पिछले कुछ साल से वह बीमार चल रही थीं। वे कैंसर रोग से पीड़ित थीं। समाज कल्याण विभाग की पूर्व मंत्री रही परवीन अमानुल्लाह ने दिल्ली में रविवार की रात अंतिम सांस ली। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। उनके पति अफजल अमानुल्लाह भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। वह गृह सचिव के पद पर रह चुके थे। वह बिहार के बेगूसराय के जिलाधिकारी भी रह चुके थे।  उनके निधन की सूचना मिलने के बाद बेगूसराय के लोग मर्माहत हो गये। लोगों का कहना है कि परवीन अमानुल्लाह ने स्वाभिमान के साथ राजनीति की और अपने स्वाभिमान के लिए उन्होंने मंत्री और विधायक पद से भी इस्तीफा दे कर बिहार की राजनीति में मिशाल कायम किया था।

सीएम नीतीश की अपील के बाद भी पार्टी छोड़ने पर रही थी अटल

बेगूसराय के एक समाजसेवी ने कहा कि उस समय परवीन अमानुल्लाह समाज कल्याण विभाग की मंत्री थी। उन्होंने अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा। परवीन अमानुल्लाह ने उस समय मुख्यमंत्री को कोई जवाब नहीं दिया। फिर अपने निवास स्थान पर आकर उन्होंने फोन से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सूचित करते हुए कहा कि मैं अपने फैसले पर कायम हूं।  परवीन अमानुल्लाह ने कहा कि मुझे इस पद और पार्टी छोड़ने का कोई दुःख नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं स्वतंत्र होकर काम करना चाहती हूँ और लोगों की भलाई करने में मुझे ख़ुशी मिलती है। मुझे आपसे कोई शिकायत नहीं है, बस पार्टी के साथ मेरा यहीं तक का सफर था।

आरटीआई एक्टिविस्ट से शुरु की सफर, 2010 में लड़ा चुनाव

दरसअल, पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह ने आरटीआई एक्टिविस्ट के रूप में अपने राजनैतिक सफर की शुरुआत की। वर्ष 2010 में उन्होंने बेगूसराय के साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र से जदयू की टिकट पर चुनाव लड़ा और राष्ट्रीय जनता दल के श्रीनारायण यादव काे पराजित किया था। इसके बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में वह समाज कल्याण विभाग की मंत्री बनायीं गयीं। लगभग चार वर्षों तक वह मंत्री रहीं। वर्ष 2014 में उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। दो वर्षों बाद वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गयी थी। पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह के निधन पर सूबे के राजनैतिक - सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गहरी संवेदना जताई है। नेताओं ने कहा कि परवीन अमानुल्लाह के निधन से स्वाभिमान की राजनीति के एक युग का अंत हो गया।

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