मोतिहारी : राजनीति में सादगी की मिशाल थे पूर्व सीएम भोला पासवान शास्त्री, जयंती समारोह में बोले ई शशिभूषण राय - H.M News

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गुरुवार, सितंबर 21

मोतिहारी : राजनीति में सादगी की मिशाल थे पूर्व सीएम भोला पासवान शास्त्री, जयंती समारोह में बोले ई शशिभूषण राय

मोतिहारी : राजनीति में सादगी की मिशाल थे पूर्व सीएम भोला पासवान शास्त्री, जयंती समारोह में बोले ई शशिभूषण राय

रिपोर्ट : मधुरेश प्रियदर्शी

हिंदुस्तान मीडिया/मोतिहारी/बिहार

पूर्वी चंपारण जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से गुरुवार को मोतिहारी स्थित कांग्रेस आश्रम बंजरिया पंडाल में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व० भोला पासवान शास्त्री की 109वीं जयंती  मनाई गई। जयंती समारोह की अध्यक्षता पूर्वी चंपारण जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ई शशिभूषण राय उर्फ गप्पू राय ने की। जयंती समारोह की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री स्व.शास्त्री के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण करके की गई।

   देश के प्रथम कांग्रेसी दलित सीएम थे स्व.शास्त्री

जयंती समारोह में उपस्थित कांग्रेस जनों को संबोधित करते हुए पार्टी के जिला अध्यक्ष ई शशिभूषण राय उर्फ गप्पू राय ने कहा कि स्व.शास्त्री देश के पहले कांग्रेसी दलित मुख्यमंत्री थे। उन्होंने बिहार जैसे बड़े राज्य की बागडोर एक बार नहीं बल्कि तीन-तीन बार संभाली थी। पूर्व मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए ई गप्पू राय ने कहा कि उनकी सादगी भी ऐसी थी कि सियासत में आज भी उनकी मिसाल दी जाती है। वे अक्सर कई महत्वपूर्ण बैठकों में भी बिना किसी तामझाम के शामिल हुआ करते थे। उनकी ईमानदारी ऐसी थी कि निधन के बाद बैंक खाते में इतने भी पैसे नहीं थे कि ठीक से उनका श्राद्धकर्म तक किया जा सके। मुख्यमंत्री रहते हुए जिस तरह से उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वाहन किया है, उससे आज पूरे देश में केवल दलित समाज ही नहीं बल्कि हर इंसान को ऐसे मुख्यमंत्री पर गर्व महसूस होता है। उन्होंने देशभर में ईमानदारी की ऐसी मिसाल पेश कर दी थी कि आज भी लोग अपने बच्चों को नसीहत देते हुए कहते हैं कि अगर जीवन में कुछ बनना है तो भोला पासवान शास्त्री की तरह बनो।

मौके पर ये सभी नेता-कार्यकर्ता रहे उपस्थित

कांग्रेस आश्रम बंजरिया पंडाल में आयोजित जयंती समारोह के मौके पर पार्टी नेता प्रो०विजय शंकर पाण्डेय, मुनमुन जयसवाल, डॉ० कुमकुम सिन्हा, जग्गा राम शास्त्री, विजयकांत त्रिपाठी,टुन्नी सिंह, रामप्रवेश तिवारी, एकबाल जफीर,सतेन्द्र तिवारी, आबिद हुसैन,रामतपस्या यादव,रंजन शर्मा, अनिल राम, किशोरी सहनी,हीरालाल प्रसाद, गंगा सहनी, रोहित सिंह,अरसद अंसारी,पिन्टू कुमार,सुजीत कुमार एवं हरिओम कुमार सहित अनेकों नेता एवं सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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