जेडीयू के कर्पूरी जयंती में खूब हुआ ड्रामा, गोपाल मंडल ने जबरदस्ती भाषण दिया, सीएम नीतीश को नकारा - H.M News

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बुधवार, जनवरी 24

जेडीयू के कर्पूरी जयंती में खूब हुआ ड्रामा, गोपाल मंडल ने जबरदस्ती भाषण दिया, सीएम नीतीश को नकारा

 जेडीयू के कर्पूरी जयंती में खूब हुआ ड्रामा,  गोपाल मंडल ने जबरदस्ती भाषण दिया, सीएम नीतीश को नकारा

पटना/बिहार/मधुरेश प्रियदर्शी

राजधानी पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में जेडीयू के कर्पूरी जयंती समारोह में मंच पर खूब दिलचस्प ड्रामा हुआ. जेडीयू के बाहुबली विधायक गोपाल मंडल ने जबरदस्ती भाषण दिया. इस दौरान नीतीश कुमार के खास दूत माने जाने वाले संजय गांधी उन्हें रोकने आये तो गोपाल मंडल ने उन्हें झटक दिया. प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को भी हड़काया. मंच से प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलने पर जेडीयू के नेता उन्हें रोकते रह गये लेकिन गोपाल मंडल नहीं रूके. कहा-पांच हजार आदमी लेकर आये हैं, हमको कौन रोकेगा. गोपाल मंडल ने मंच से एलान कर दिया कि उनका कोई लीडर नहीं है. 

ऐसे किया गोपाल मंडल ने ड्रामा

जेडीयू ने वेटनरी कॉलेज ग्राउंड पर कर्पूरी जयंती समारोह के बहाने अपनी पूरी ताकत लगायी थी. राज्य भर से नेताओं को आदमी लेकर आने को कहा गया था. इसलिए भीड़ हजारों की संख्या में ठीक-ठाक जुट गयी थी. इसके बाद भाषण का सिलसिला शुरू हुआ. पहले विधायक, फिर सांसद, मंत्री और आखिर में मुख्यमंत्री. विधायकों के भाषण का दौर खत्म हुआ तो सांसदों के भाषण का सिलसिला शुरू हो गया. 

संजय गांधी का हाथ झटका

जहानाबाद से सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी भाषण दे रहे थे तो गोपाल मंडल उनके बगल में आ खड़े हुए. वे चंदेश्वर चंद्रवंशी का भाषण खत्म होते ही माइक लूट लेने की मुद्रा में खड़े थे. उनकी तैयारी देख विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ संजय गांधी उनके पास पहुंचे. वे गोपाल मंडल को अपनी जगह पर बैठ जाने को कह रहे थे. लेकिन गोपाल मंडल ने उनके हाथ को झटक दिया. संजय गांधी बोलते रहे लेकिन गोपाल मंडल ने मुंह दूसरी ओर फेर लिया. 

उमेश कुशवाहा को हड़काया

इसी बीच जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा वहां पहुंचे. चंदेश्वर चंद्रवंशी का भाषण खत्म हो चुका था. उमेश कुशवाहा ने माइक थाम लिया और दूसरे सांसद दिलेश्वर कामत को भाषण देने के लिए बुला लिया. गोपाल मंडल ने वहीं अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को हड़काना शुरू कर दिया. उमेश कुशवाहा उन्हें किसी तरह मना कर माइक से दूर ले गये. लेकिन गोपाल मंडल के तेवर ऐसे थे कि दिलेश्वर कामत को भाषण देने का न्योता देकर रोक दिया गया. गोपाल मंडल माइक पर भाषण देने पहुंच गये.

नीतीश भी लीडर नहीं हैं 

गोपाल मंडल ने अपने भाषण की शुरूआत में ही कहा कि हमलोगों का कोई लीडर नहीं है. सब मनमानी करता है. हम लोग जायें बिहार के कोने-कोने में और ऐसी हालत बना देंगे कि 40 सीटों पर हमारा कब्जा हो जायेगा. 

पार्टी ने रोका लेकिन नहीं माने

कर्पूरी जयंती में गोपाल मंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया. गोपाल मंडल ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का उद्घाटन कर बहुत गलत काम किया है. इस दौरान पार्टी के नेता उन्हें रोकते रहे लेकिन गोपाल मंडल नहीं रूके. पार्टी के नेताओं ने फिर पूर्जा लिख कर उनके सामने रखा. उसमें लिखा था कृपया भाषण बंद करिये. लेकिन गोपाल मंडल नहीं रूके. 

हमको समझाइये नहीं

इस बीच जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा उन्हें रोकने आये. गोपाल मंडल ने भरी सभा में उन्हें फिर हड़काया. हमको समझाइये मत. ऐसी ही नहीं पांच हजार आदमी को साथ लेकर आये हैं. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष को चुपचाप पीछे हो जाना पड़ा. गोपाल मंडल अपनी मर्जी से बोलते रहे और तभी चुप हुए जब अपनी मर्जी हुई.

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