सत्तरघाट पुल प्रकरण की न्यायिक जांच हो : पप्पू यादव
हिंदुस्तान मीडिया/सत्तरघाट/गोपालगंज
पिछले तीन दिनों से सुर्खियों में आया गंडक नदी का सत्तरघाट पुल आज भी राजनीति का केन्द्र बना रहा। गंडक नदी में आई बाढ़ के दौरान इस नवनिर्मित पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने की कथित खबर सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद बिहार के सत्ताधारी एवं विपक्षी नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। इस प्रकरण में शनिवार को नया ट्विस्ट तब आया जब जाप (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद पप्पू यादव पुल को देखने चंपारण-गोपालगंज की सीमा पर अवस्थित गंडक नदी के सत्तरघाट पहुंचे।
पुल नहीं बल्कि 12 करोड़ बिहारियों का विश्वास बहा है
सत्तरघाट पुल का भ्रमण करने के बाद पूर्व सांसद श्री यादव ने स्थानीय बाढ़ पीड़ित लोगों से भी मुलाकात की। मौके पर उपस्थित मीडियाकर्मियों से मुखातिब होते हुए श्री यादव बिहार सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि यह पूल नहीं बहा है बल्कि बिहार के 12 करोड़ लोगों का विश्वास बहा है। पूर्व सांसद ने इसकी न्यायिक जांच कराने एवं दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
मौके पर ये भी थे उपस्थित
इस दौरान मुख्य रूप से जाप के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह, पूर्वी चम्पारण जिलाध्यक्ष सह जिला पार्षद मोख्तार प्रसाद गुप्ता, पार्टी के वरीय नेता डा. आर.के. दुबे, जाप के केसरिया प्रखंड अध्यक्ष डाo दीपेन्द्र कुमार, कल्याणपुर प्रखंड अध्यक्ष विक्की गुप्ता, युवा परिषद के जिला प्रधान महासचिव रजनीश सिंह कुशवाहा, अजाद हाशमी, धीरेन्द्र पाण्डेय एवं राजेश कुमार सहित बडी संख्या में पूर्वी चंपारण एवं गोपालगंज जिले के जाप कार्यकर्ता एवं अन्य लोग उपस्थित थे ।
रिपोर्ट : मधुरेश प्रियदर्शी
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