कोरोना संकट : जनता ने की पंचायत को सेनेटाइज्ड करने की मांग तो अभद्रता पर उतरे मुखिया पति, सीएम-डीएम को बोला अपशब्द
न्यूज डेस्क/मोतिहारी/बिहार
आज पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को मात देने के लिए संकल्पित होकर संघर्ष कर रहा है। पीएम-सीएम हो या नौकरशाह, सामाजिक कार्यकर्ता हो या फिर जनप्रतिनिधि सभी अपने-अपने स्तर से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर आम लोगों के बीच जागरूकता फैला रहे हैं। इतना ही नहीं सरकारी सहायता के अलावे व्यक्तिगत स्तर पर भी सक्षम लोग लॉकडाउन के बीच असहाय गरीबों एवं जरुरतमंदों की मदद कर रहें हैं।
कल्याणपुर प्रखंड के कोयलाबेलवा पंचायत का है मामला
इससे उलट एक हास्यास्पद खबर पूर्वी चंपारण जिले के सबसे बड़े प्रखंड कल्याणपुर से आ रही है। यहां कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर वार्ड एवं पंचायत को सेनेटाइज्ड करने की मांग करने पर एक मुखिया के पति महोदय जनता की बात कौन करे सूबे के मुख्यमंत्री और जिले के डीएम को अनापशनाप बोलने लगते हैं। इतना ही नहीं मुखिया पति सीएम और डीएम के लिए अभद्र भाषा का भी प्रयोग करते हैं। यह पूरा मामला कल्याणपुर प्रखंड के कोयलाबेलवा पंचायत का है। यहां की मुखिया मधुमाला देवी के पति प्रदीप साह सीएम और डीएम को कुछ नहीं समझते हैं।
वायरल ऑडियो में अनापशनाप बोल रहे मुखिया के पति
जी हां, ऐसा हम नहीं कह रहे हैं। यह तो वायरल सच है। आजकल सोशल मीडिया में कोयलाबेलवा पंचायत के एक ग्रामीण और वहां के मुखिया पति प्रदीप साह के बीच पंचायत को सेनीटाइज्ड करने को लेकर हुई बातचीत का एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक ग्रामीण युवक द्वारा समझाये जाने के बावजूद मुखिया पति सीएम और डीएम को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।
पंचायत वासियों ने डीएम से की कार्रवाई की मांग
इस संदर्भ में कोयलाबेलवा पंचायत के लोगों ने पूर्वी चंपारण के जिलधिकारी को एक आवेदन भेजकर कार्रवाई करने एवं अपने पंचायत को सेनेटाइज्ड करने की मांग की है। जिलाधिकारी को दिए गये आवेदन पर हस्ताक्षर करने वालों में राजन पाठक, विनोद चौरसिया, ब्रजकिशोर द्विवेदी, विकास साह, पारसनाथ चौरसिया, लालबाबू चौधरी, कैलाश साह, अशोक पासवान, रामभरोस राम एवं मो.समीउल्लाह सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल हैं।
मुखिया के पति ने आरोपों से किया इंकार
वायरल सच का पता लगाने के लिए हमने कोयलाबेलवा की मुखिया मधुमाला देवी के पति एवं कुछेक ग्रामीणों से बातचीत की। मुखिया के पति प्रदीप साह ने अपने उपर लगे आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि सरकार की ओर से जो पत्र पंचायत को प्राप्त हुआ है उसमें कोरोना मद में राशि खर्च करने को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं है। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि होने के नाते मुखिया द्वारा अपने स्तर से पंचायत के कुछेक वार्डों में छिड़काव का कार्य कराया गया है और शेष बचे वार्डों में भी छिड़काव कराया जाएगा। श्री साह ने जोर देकर कहा कि महिला मुखिया को बदनाम करने के लिए विरोधी तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि मुखिया के पति लोगों से अच्छा व्यवहार नहीं करते।
विज्ञापन
अभद्र भाषा का प्रयोग निंदनीय : ई.रामानंद
उधर, कोरोना से बचाव एवं सुरक्षा को लेकर पंचायत को सेनेटाइज्ड करने की मोबाइल पर ग्रामीणों और मुखिया पति के बीच हुई वार्ता का ऑडियोे वायरल होने और उसमें मुखिया के पति प्रदीप साह द्वारा सीएम एवं डीएम को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने पर कोयलाबेलवा के पूर्व मुखिया व प्रदेश कांग्रेस के नेता ई.रामानंद सिंह पटेल ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है। हिंदुस्तान मीडिया से बातचीत में श्री पटेल ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी है। इससे निजात पाने के लिए पूरा देश एकजुट है। पक्ष-विपक्ष की दिवारें ध्वस्त हो गई है। ऐसे में मुखिया के पति द्वारा मुख्यमंत्री एवं जिलाधिकारी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि होने के नाते संकट की घड़ी में आम जनता और प्रशासन को सहयोग देने के बजाय मुखिया के पति द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करना उनकी ओछी मानसिकता का परिचायक है। पूर्व मुखिया श्री पटेल ने नसीहत देते हुए पंचायत की मुखिया और उनके पति को कोरोना संकट से बचाव को लेकर हर संभव प्रयास करने का सुझाव दिया। उन्होंने पंचायत वासियों से संकट की इस घड़ी में धैर्य से काम लेते हुए सरकार द्वारा बताए जा रहे गाइडलाइन का पालन करने का अनुरोध किया है।
Bahut galat hai aa mukhiya ko aisi abhadra bat Nahi bolna chahiya
ReplyDelete