■मुख्यमंत्री आवास की है घटना
पटना/बिहार : - बिहार की राजधानी पटना स्थित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आज दोपहर उस समय अफरातफरी मच गई जब आवास के बाहर पहुंचे एक युवक ने आत्मदाह कर लिया। इतने में मुख्यमंत्री आवास पर तैनात पुलिसकर्मियों की नजर युवक पर पड़ी तो आग पर काबू पाते हुए युवक को बचा लिया गया। आत्ममदाह करने वाले युवक की पहचान अभिजीत शर्मा के रूप में की गई है। इस घटना में युवक का हाथ जल गया है। पुलिस ने घायल युवक को हिरासत में ले लिया है, उसका इलाज शहर के एक निजी नर्सिंग होम में किया जा रहा है।
■अपनी मौसी की मौत के बाद इंसाफ मांग रहा था युवक.....
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पटना पुलिस युवक को बचाते हुए |
मुख्यमंत्री आवास के सामने हुए हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हादसे की जानकारी मिलने पर कई थानों की पुलिस मुख्यमंत्री आवास के बाहर जुट गई है। मिली जानकारी के अनुसार उक्त युवक डेंगू पीड़ित अपनी मौसी की मौत से आक्रोशित होकर न्याय की मांग कर रहा था। उक्त युवक अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग कर रहा था। मिली जानकारी के अनुसार तीन महीने पहले पटना मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (पीएमसीएच) में एक महिला की मौत डेंगू से हो गई थी। घटना के बाद मृतका के परिजनों ने उसकी मौत के बाद इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था। मौत के बाद जब हंगामा मचा तो मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दिया था। इसके बावजूद इस मामले में कोई कार्रवाई हुई।
★पुलिस ने बचाई युवक की जान....
डेंगू पीड़ित महिला की मौत के बाद उसके परिजन नाराज थे और काफी दिनों से न्याय की मांग कर रहे थे। जब कहीं न्याय नहीं मिला तो रविवार की दोपहर अभिजीत सीएम हाउस के बाहर पहुंच गया। इसके पहले मुख्यमंत्री आवास के बाहर तैनात पुलिसकर्मी कुछ समझते युवक ने अपने शरीर में आग लगा ली। आग लगने के बाद जबतक युवक को बचाया जाता उसका दायां हाथ बुरी तरह से जल गया था। खैर, जो हो मुख्यमंत्री आवास के बाहर युवक द्वारा किए गये आत्मदाह की घटना ने यह साबित कर दिया है कि सूबे में आम लोगों को न्याय मिलने में काफी विलंब हो रहा है। आज की वारदात सुशासन बाबू के माथे पर कलंक से कम नहीं है। आज की घटना ने बिहार सरकार की व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है।
रिपोर्ट - मधुरेश प्रियदर्शी
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